हमर असफल सपना (Review)

मोरङ बेलबारी न.पा.-५ कसेनी के पृथीचन माझी थारु के कथा
                   हमर असफल सपना 
मङगल के दिन छेली।बास्तवमे मङल दिन मोरङ सुन्सरी के विशेष आर बड्की हाट दुहबी हाट लाग्छी।उ दिन हमे ददा सङे दुहबी हाट घुमफिर करे गेनी छल।सन्चरुवा दुहबी हाट एकदमे बड्की हाट,सन्चरुवा एकदमे भिड भाड रहेक आर विशेष करिके बड्की मङ्गल दिनके दुहबी हाट मे थारु थारनी सवके भिड भाड रहेक।जलना छौरी ना अचरा खर्की चोलिया पिन्ल त मरद छौरा ना धोती गम्छा आर जम्मा मे सजल देखेन।बास्तवमे उटा हाट एकदमे थारुमय लागेक।
व्ह्याबग उटा थारुमय दुहबी हाट घुमफिर करेके क्रममे हमर लजर परि गेली एकटा सुनरी परीमे।जे कि उटा भिड भाड हाटमे फुलकोवी बेचेक बैठिके ।सन्चरुवा उटा परी एक्दमे सुनरी लागेक स्वर्गके अपसरा लखान ।आर उटा परी पिन्ल छेली अचरा खड्की आर चोलिया।बास्तवमे उना थार्नी के ओसवास उटा स्वर्गके अपसरा लखान परिके एकदमे सबल छेली।हमे उटा परीके देखीके ददाके देख्या देनी कि देख ददा उटा छौरी किनेङ सुनरी छि स्वर्गके अपसरा लखान।मतर उटा सुनरी परी रहछी ददाके मोस्यत सारी ।ददा देखि के चिन्ही लेल्की आर ददा उटा परी सङे सारी भाटुके ख्याली मजाक गफ कर्थै तिनो झन गेनी एक्टा होटल मे।ओकर से पहिना उटा परिके सायद हमे कहियो नै देखनी छल आर ओकर बारेमे कुछु सुन्वो नै कर्निछल आर परिचय भि नै हेलिछल।आर उटा होटल मे ज्याके देनी हमे झिलवी पुरी आर फेन्टा के अर्डर आर अर्डर दयाके तिनो झना भिडिगेनी गफगाफ मे।ओह्या बग गफगाफ करेके क्रममे हेली हमर आर उटा सुनरी परी के चिनजान आर परिचय।परिचय मे उटा परी आपन नाम कहछी प्रिया।बास्तबमे वे मानुसरा जेनेङ सुनरी ओकर नाम हो रा ओहनेङ सुनरी प्रिया।
उ दिन उटा होटलमे झिलवी पुरी आर फेन्टा खेथै लया ठटादार सङेके ख्याली मजाक आर बहुत किसिमके गफगाफ करिके हमे होटलके बिल तिरिके आव दोसर बेर भेट्घाट करेके बाचा कर्थै ओतेसे हमरसिया आपन आपन बाट लाग्नी।सन्चरुवा उ दिन हमर आर उटा स्वर्ग के अप्सरा लखान सुनरी परी प्रिया के पहेनकर भेट छेली।ओकर सङे हमे पहेनकरे भेटमे लजर मे लजर मिल्याके ओकरमे दिवाना भ्या गेनी बास्तवमे हमे दिवाना भ्या गेनी। बास्तवमे हमे उ दिन उटा सुनरी परी प्रिया के देखिके दिवाना भ्या गेनी।उ दिन दुहबी हाट से हमे भैर बाट उटा सुनरी परी प्रिया के सम्झना कर्थै आपन घर पुग्नी।हमर जी रा छट्पट करेक कि आव फेरु उटा स्वर्ग के अप्सरा लखान सुनरी परी प्रिया के कहिया भेट्वी कहिके।खोइ क्याम क्याम ख्या बखत,पढे बखत,आर जे भी काम करे बखत,जते जेव्हेन त ओथै ह हमरा ओह्यारा सुनरी परी प्रियाके सम्झना आवेक।सन्चरुवा पहेनकरे भेटमे हमर दिल चोर्या लेल्की छल। ओकर सम्झना हरेक दिन हरेक साझ आवेक । ओह्या बग भगवान कृपासे थोरना दिनके वाद लगते ददाके बव के बर्थ डे कार्यक्रम छेली।उटा बर्थ डे कार्यक्रममे आवे लिगिन ददा भौजी सिया ओहोरा सुनरी परी प्रिया के आवे लिगिन नेता देल्की छल।ओखरु नेता देल बात आर ओहो हमर ददा कते उटा बर्थ डे कार्यक्रममे आवे बला बात सुनिके हमे बहुत खुशी हेनी आर हमर मनरा कहेक कहिया उटा दिन येती समय रा क्याम एत्न्या ढिलो चलिरहल छि कहिके।बास्तवमे हमर मन एक्दमे अख्त्या गेलीछल।कुछ दिनके वाद उटा खुसिके दिन बवके बर्थ डे के दिन चल येली ।
उ दिन वे अचरा खड्की चोलिया मे पायल छम छम चुरी खन खन कर्थै नागिनके चालमे हमर दिलमे तिर ल्याके घोक्थै एली छल हमर ददा कते बवके बर्थ डे कार्यक्रममे। सन्चरुवा उ दिन उटा स्वर्गके अप्सरा लखान सुनरी प्रिया झन आर बहुत सुनरी आर बन्ह्या लागेक आर हमरु एकदमे मन पर्लीछल।ओकर रुपरङ,सिङारपटार,चालढाल आर वे पिन्ल्ह ओसवास देखिके झने बन्ह्या आर सुनरी लागेक ।बास्तवमे वे सुनरी मात्रै नै रहेक वे सुनरी के साथे साथ ब्यवहारीक छौरी छेली।उ दिन बवके बर्थ डे के दिन उटा सुनरी परी प्रिया के भेटीके ठट्टादार बिछ के हासी मजाक के आर बहुत चिज मनके बात कथा कर्थै हमे आपन मनके बात उटा सुनरी परी प्रिया के कहनी कि प्रिया त्या बाहिरी रुपमे मात्रै नै त्या त दिलके भी सुनरी छहस तोर हरेक चिज हमरा बन्ह्या लाग्छु सन्चरुवा त्या हमरा एक्दमे मन पर्लैस सन्चरुवा तोरा हमे दिलसे मन परनुस हमे तोरा आपन दिलके रानी बनावे चाहछुन ह सनचरुवा प्रिया हमे तोर सङे बिहा करे चाहछुन।
ह ओहो सायद हमर सियाके दुहबी हाटके पहेनकरे भेट्घाट से हमरा मन परावे लाग्ली छल सायद वे हमरा आपन दिलमे सज्या लेल्कीछल सायद वे हमरा आपन मनके राजकुमार ठानी लेल्कीछल।व्य्हासे वे हमर बात प्रस्ताव सुनिके नय करे नै साकल्की आर हमर सङे उटा सुनरी परी प्रिया बिहा करे लिग्ना मन्जुर भी भ्या गेली। सन्चरुवा उ दिन हमे एत्न्या खुसी हेनिकी हमर खुसी के कुनु सिमा नै छेली।आर उटा स्वर्गके अप्सरा लखान सुनरी परी ददाके मोस्यत सारी प्रिया हमर सङे बिहा करे लिगिन मन्जुर हेल बात हमे ददा भौजी मा बापु आर गोटे घैरनाके सुननी।हमर घैरनामे उटा सुनरी परी प्रिया के बारेमे पहिनिये से ओकर चाल ढाल बानी ब्यवहार के बारेमे आर ओकर सुनरी रुपरङ के बारेमे थाहा रहेक।सन्चरुवा ओकर रुप रङ मात्रै बन्ह्या नै रहेक ओकर बानी ब्यवहार भि असल रहेक सन्चरुवा ओकरमे कुनु किसिमके खोट नै रहेक।व्ह्यासे मा बापु लगायत हमर घैरना सवका ओकरा मन परल्की ।हमर गोटे घैरना उटा सुनरी परी प्रिया के मन परावेके कारण हमे एकटा बन्ह्या सपना सजथै बहुत खुसी हेनी आर कुछ दिनके वाद हमे ददा भौजी आर मा बापुके कहिके उटा स्वर्गके अप्सरा लखान सुनरी परी प्रिया कते हमर सिया के बात कथा करे लिग्ना लारङ पठावे लगनी।
 सन्चरुवा हमरु घरमे सवका एकदम बन्ह्या सपना सजथै एकटा स्वर्गके अप्सरा लखान सुनरी असल पुथौके कल्पना कर्थै हमर कतेसे उटा सुनरी परी प्रिया कते हमर सिया बिचेके बिहा के बात कथा करे लिगिन लारङ पठल्की।लारङ हो रा एकटा बनिया सोच ल्याके एकटा बनिया सपना सजथै हमर सिया बिछे के बात कथा ल्याके उटा सुनरी परी प्रिया कते पुग्छी।ह लारङ रा के पहिनेये से ओकर घैरना सवहै सङे जान पहिचान रहछी।उ लल से लारङ रा ओकर कते पुग्नासाथ उटा सुनरी परी प्रिया के बाप बैठे देछी हे बस पानी सानी देछी।तकर वाद लारङ रा ओकर बाप आर म्या लग्तिन बेटी प्रिया आर हमर बिच के बिहा के बात कथा राख्छी। मतर दु:ख के बात उटा सुनरी परी प्रिया के म्या बाप हमर सिया बिचेके बिहाके बात कथा अस्वीकार करी देल्की ह प्रिया के म्या बाप आपन बेटी प्रिया के हाथ हमरा देवे लिग्ना नै मानल्की।क्यामकी ओकरसिया एकटा बड्की धनिक जिम्दार घैरनाके मानुस रहेक आर हमे एकटा गरीब घैरनाके बच्चा ह एकटा खेती किसानी करे बला बापके बच्चा छेनी हमे।लारङ रा ओकर कतेसे घुरीके हमर कते आवीके हमर म्या बाप आर घैरनाके यहाना बात से कर कुटुम्ब करे लिगिन उमरकर रा घैरना नै मानल्कु कहिके सुनछी।उना बात सुनिके हमर सपना एके छिन मे चकनाचुर भ्या गेल लखान लाग्ली हमरा ह इना बात सुनिके हमरा घुम्नी चक्कर लाग्लिछल।आर तखने हमरा लागेक अखनकरो २१ औ सताब्दीके युग मे धनिक आर गरीब छुट्यल जेछी कहिके।ह हमरा थाह नै छेली सायद हमे बिसर्या गेनिछल।आर हमे सोच्नी बास्तवमे इ बग घटना धनी गरीब बिच के भेद हमर सिया थारु समाजमे बहुते घट्ते हेति कहिके।तय हमर मन रा नै मानल्की क्याम कि हमे आर प्रिया सङ्है जिवे मरे के आर बिहा करेके वादा कर्ल छेनिछल।एक दिन हमे उटा परी प्रिया कते आफ्नैसे ज्याके ओकरा भेटीके सम्झनी बुझनी कि प्रिया हमे धन के गरीब त जरुर छिन मतर दिलके गरीब अवस्य भि नै छिन ।ह प्रिया तोरा हमे बहुत मया कर्छुन।तोर इच्छा आकाङ्क्षा अवस्य भि पूरा करिदेवु तोर इच्छा आकङ्क्षा जेनेङ के भी पूरा करी देवु कहिके बहुत सम्झनी बुझनी प्रिया के।मतर अफसोचके बात तखन तलिक मे भगवान जाने वे ओकर घैरना के दवाब मे या आफ्नै बदली गेलीछल।ह उटा सुनरी परी प्रिया के मन बदली गेलीछल।सायद ओहो प्रिया हमे एकटा गरीब के बच्चा हावेके कारण से हमर से बिहा करे लिग्ना अस्वीकार कर्छी। ह सन्चरुवा उटा स्वर्गके अपसरा लखान सुनरी परी प्रिया हमर सङे बिहा करे लिग्ना अस्वीकार करल्की।कुछ दिनके वाद उटा सुनरी परीके ओकर म्या बाप एकटा धनिक घैरनाके छौरा सङे बिहा कर्या देछी।सायद उटा परी प्रिया के भि उटा धनिक छौरा मन पर्ल हेती।स्यासे वे उटा धनिक छौरा सङे खुसी साथ बिहा करल्की।सायद उटा सुनरी परी प्रिया खुसी साथ बितते हेती केजन।उटा परी प्रिया आजु हमरा बिन पानी के माछ लखान अकसरुवा बन्यादेल्कीस ह अकसरुवा बन्यादेल्कीस।
सायद उटा मङल दिन दुहबी हाटमे उटा सुनरी परी नै भेट्ली हतना त आजु हमे अकसरुवा बिन पानी के माछ लखान नै हेनी हतना।सन्चरुवा प्रिया हमरा जिन्दगी के बिचे बाटमे अकसरुवा बन्याके गेली ह हमरा अकसरुवा बन्याके गेली।
                                   
                                     लेखक
                              पृथीचन माझी थारु
                     संयोजक & एडमिन थारुके आवाज
                     

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